ईरान के ख़िलाफ़ नए प्रतिबंधों के लागू होने की स्थिति में उचित कार्यवाही की जाएगीः सुप्रीम लीडर
इस्लामी रिवाल्यूशन के सुप्रीम लीडर ने अपने संबोधन में कहा कि अमेरीकी सरकार ने अबतक समग्र परमाणु समझौते का कई बार उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि अमेरीका ने ईरान के ख़िलाफ़ प्रतिबंधों में दस वर्ष की जो वृद्धि की है अगर उसका पालन किया गया तो निश्चित रूप से यह जेसीपीओए का उल्लंघन होगा।

विलायत पोर्टलः इस्लामी रिवाल्यूशन के सुप्रीम लीडर ने अपने संबोधन में कहा कि अमेरीकी सरकार ने अबतक समग्र परमाणु समझौते का कई बार उल्लंघन किया है।
उन्होंने कहा कि अमेरीका ने ईरान के ख़िलाफ़ प्रतिबंधों में दस वर्ष की जो वृद्धि की है अगर उसका पालन किया गया तो निश्चित रूप से यह जेसीपीओए का उल्लंघन होगा। वरिष्ठ नेता ने कहा कि अमेरीकी सरकार को मालूम होना चाहिए कि ईरान इन प्रतिबंधों के लागू होने पर उचित कार्यवाही करेगा।
सुप्रीम लीडर ने ईरानी अधिकारियों और जेसीपीओए के क्षेत्र में सक्रिय लोगों के बयानों की तरफ़ इशारा करते हुए, जिसमें उन्होंने परमाणु समझौते का लक्ष्य, प्रतिबंधों और दबावों की समाप्ति बताया था, कहा कि परमाणु समझौते या जेसीपीओए को ईरानी राष्ट्र और देश पर दबाव डालने के हथकंडे में परिवर्तित नहीं होना चाहिए।
उन्होंने ईरान और अमेरीकी सरकार से जुड़े मुद्दों के बारे में कहा कि फिलहाल हमारा अमेरीका में सत्ता में आने वाली नई सरकार के बारे में फ़ैसला करने का कोई इरादा नहीं है।
दूसरी तरफ़ इस्लामी रिवाल्यूशन के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने चेहलुम के मिलियन मार्च को एक भव्य ऐतिहासिक वास्तविकता और ईश्वरीय अनुकंपा बताया है।
ज्ञात रहे कि बुधवार को स्वयं सेवी बल बसीज के हज़ारों जवानों और कमान्डर्स ने सुप्रीम लीडर से तेहरान में मुलाक़ात की। सुप्रीम लीडर ने इस असवर पर अपने संबोधन में चेहलुम के मिलियन मार्च को एक भव्य ऐतिहासिक हक़ीक़त और ईश्वरीय अनुकंपा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के चेहलुम मार्च ने दुनिया वालों को दिखा दिया कि यह रास्ता, प्रेम और तत्वदर्शिता के साथ है।
सुप्रीम लीडर ने कहा कि इस भव्य ई्श्वरीय अनुकंपा का आभार व्यक्त किया जाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस ईश्वरीय अनुकंपा का आभार यह है कि चेहलुम के मार्च के दौरान जो भाईचार, मित्रता, कृपा और प्रेम की भावना पैदा हुई उसको सुरक्षित रखा जाए।
इस्लामी रिवाल्यूशन के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने अपने संबोधन में स्वयं सेवी बल बसीज को इस्लामी रिवाल्यूशन की आश्चर्यजनक अनुकंपा बताया। उन्होंने कहा कि इमाम ख़ुमैनी को स्वयंसेवी बल के गठन का विचार ईश्वर ने अपने संदेश इलहाम द्वारा दिया। उन्होंने बसीज के विरुद्ध दुश्मनों के साज़िशों की तरफ़ से होशियार करते हुए कहा कि शत्रु का एक षडयंत्र, अपना प्रभाव बनाना है। एक वर्ष से अधिक समय से इस बारे में कई बार चेतावनी दी जा चुकी है।
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तेहरान रेडियो