उत्तर और दक्षिण कोरिया की बढ़ती नज़दीकी से अमेरिका परेशान ।
वाशिंगटन को चिंता है कि किम जोंग उन दक्षिण कोरिया के साथ संबंध सुधार कर अमेरिका के विरुद्ध कूटनीतिक बढ़त बनाते हुए अंतर्राष्ट्रीय दबाव को धता बताकर क्षेत्र में चीन और विश्व शक्तियों को चुनौती देने वाली एक नई सैन्य तथा आर्थिक शक्ति के उभार का कारण न बन जाये ।
विलायत पोर्टल :
प्राप्त जानकारी के अनुसार 9 फरवरी में होने वाले विंटर ओलम्पिक में उत्तर और दक्षिण कोरिया के एक ही झंडे के नीचे खेलने से अमेरिका में बेचैनी की लहर दौड़ गयी है ।
दोनों देशों के एक ही झंडे के नीचे खलेने और आइस हॉकी में महिलाओं की संयुक्त टीम उतारने के फैसले से ट्रम्प प्रशासन में मायूसी छा गयी है , दोनों देशों ने यह निर्णय सीमाक्षेत्र में हुए दोनों देशों की मीटिंग के बाद लिया । ज्ञात रहे कि जिस समय दोनों देश आपसी भाईचारे को बढ़ाने और एक परचम के नीचे खेलने के लिए लिए समझौता कर रहे थे उसी समय 1950 में कोरिया युद्ध में दक्षिण कोरिया का सहयोग करने वाले 20 पश्चिमी देश कनाडा में उत्तर कोरिया पर दबाव और प्रतिबंध बढ़ाने के लिए सर जोड़े बैठे थे ।
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार दोनों कोरिया के बीच हुए इन समझौतों ने अमेरिकी सरकार को गहरी चिंता में ड़ाल दिया है ।
वाशिंगटन को चिंता है कि किम जोंग उन दक्षिण कोरिया के साथ संबंध सुधार कर अमेरिका के विरुद्ध कूटनीतिक बढ़त बनाते हुए अंतर्राष्ट्रीय दबाव को धता बताकर क्षेत्र में चीन और विश्व शक्तियों को चुनौती देने वाली एक नई सैन्य तथा आर्थिक शक्ति के उभार का कारण न बन जाये ।
परमाणु संपन्न उत्तर कोरिया की सैन्य शक्ति तथा दक्षिण कोरिया की टैक्नॉलॉजी और आर्थिक शक्ति मिलकर अखंड शक्तिशाली कोरिया का निर्माण कर सकती है ।
हालाँकि अभी से इतनी बड़ी बड़ी बात करना जल्द बाज़ी होगी लेकिन छोटे छोटे क़दम ही बड़े निर्णय का कारण बनते हैं ।
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