अगर हम आज की दुनिया की तुलना जंगे ख़ंदक़ से करें तो आसानी से समझ सकते हैं कि अमेरिका, ब्रिटेन , अवैध राष्ट्र इस्राईल और क्षेत्र की तेल की दौलत पर चलने वाली ज़लील सरकारों ने हमारा विरोध किया, हमारे ख़िलाफ़ पैसा ख़र्च किया ,अपनी सेनाओं को एकजुट कर हमारे ख़िलाफ़ ले आए और इस नए युग में जंगे ख़ंदक़ का मंज़र पेश कर दिया जिस से शुरू में जनता घबरा रही थी
विलायत पोर्टल :
अगर हम आज अल्लाह और क़यामत के दिन पर ईमान रखते हैं तो इस का कारण यह है कि हमारे आइडियल पैग़ंबरे इस्लाम स.अ. हैं
हम किसी तरह भी उनके जैसा नहीं बन सकते चूँकि यह असंभव काम है लेकिन हमें आप के रास्ते पर चलना चाहिए
وَلَمَّا رَأَى الْمُؤْمِنُونَ الْأَحْزَابَ قَالُوا هَذَا مَا وَعَدَنَا اللَّهُ وَرَسُولُهُ وَصَدَقَ اللَّهُ وَرَسُولُهُ
और अहले ईमान का हाल यह था कि जब उन्होंने लश्करों को देखा तो कहने लगे कि यह तो वही लश्कर है जिसका अल्लाह और उसके रसूल ने वडा किया था, यक़ीनन खुदा और उसके रसूल ने सच कहा था.
जंगे अहज़ाब { ख़ंदक़ } में दुश्मनों ने मुसलमानों पर हर ओर से हमले किए
जंगे बद्र में मुसलमानों के मुक़ाबले में सिर्फ एक लश्कर था
ओहद की जंग में भी मुक़ाबले पर सिर्फ एक टोला था
इसी तरह अन्य जंगों में भी अलग अलग क़बीले एकजुट होकर मुसलमानों के मुक़ाबले पर आए थे
लेकिन जंगे ख़ंदक़ में मक्का , सक़ीफ़, और पूरे हिजाज़के मुशरेकीन एकजुट होकर मुसलमानों से लड़ने के लिए आए थे काफिर और मुशरिकों ने इस जंग में अपने सिपाहियों की संख्या 10000 तक पहुंचा ली थी
हालाँकि यहूदी रसूले ख़ुदा स.अ. के पडोसी थे और आपकी हिफाज़त में थे
लेकिन उन्होंने अपने वादों को तोडा और विश्वासघात किया और मुशरेकीन के साथ मिल गए ।
अगर हम आज की दुनिया की तुलना जंगे ख़ंदक़ से करें तो आसानी से समझ सकते हैं कि अमेरिका, ब्रिटेन , अवैध राष्ट्र इस्राईल और क्षेत्र की तेल की दौलत पर चलने वाली ज़लील सरकारों ने हमारा विरोध किया, हमारे ख़िलाफ़ पैसा ख़र्च किया ,अपनी सेनाओं को एकजुट कर हमारे ख़िलाफ़ ले आए और इस नए युग में जंगे ख़ंदक़ का मंज़र पेश कर दिया जिस से शुरू में जनता घबरा रही थी
وَإِذْ قَالَت طَّائِفَةٌ مِّنْهُمْ يَا أَهْلَ يَثْرِبَ لَا مُقَامَ لَكُمْ فَارْجِعُوا
और वह समय याद करो जब उन में से एक टोला कहने लगा ऐ यसरिब वालों यहाँ तुम्हारे ठहरने का स्थान नहीं है पलट जाओ !
आज भी एक धड़ा लगातार लोगों को डरा रहा है कि हम से डरो क्या तुमने अमेरिका का समाना करना मज़ाक़ समझा है ?
तुम्हारी हालत खराब हो जाएगी
उनकी ओर से थोपा गया आठ वर्षीय युद्ध , एक तरफा पाबंदियां , उनका दुष्प्रचार और राजनैतिक हथकंडे, विनिमय दरों में ज़बरदस्त बढ़ोतरी, और महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की झूठी रिपोर्ट्स यह सब हथकंडे हैं जो दुश्मन ईरानी समाज के खिलाफ अपना रहा है।
لَّئِن لَّمْ يَنتَهِ الْمُنَافِقُونَ وَالَّذِينَ فِي قُلُوبِهِم مَّرَضٌ وَالْمُرْجِفُونَ فِي الْمَدِينَةِ لَنُغْرِيَنَّكَ بِهِمْ
अगर मुनाफ़ेक़ीन और वह लोग जिन के दिल बीमार हैं और मदीने में अफवाहें फ़ैलाने वाले अपनी हरकतों से बाज़ न आएं तो हम आपको उनके ख़िलाफ़ एक्शन में ले आएंगे
अफवाहें फ़ैलाने वाले यही लोग हैं
अल्लाह और उसके रसूल स.अ. ने हमसे कहा है कि अगर तौहीद के अक़ीदे पर क़ायम रहोगे और अल्लाह और रसूल स.अ. पर पक्का ईमान रखोगे तो तुम्हारे दुश्मन भी ज़रूर होंगे ।
हाँ ! बिल्कुल सही कहा था और जो कहा था वह आज सच साबित हो रहा है ।
’’ وَصَدَقَ اللَّهُ وَرَسُولُهُ، وَمَا زَادَهُمْ إِلَّا إِيمَانًا وَتَسْلِيمًا‘‘
और अल्लाह और रसूल स.अ. ने सच फ़रमाया था और इस बात ने उनके ईमान, तसलीम और इताअत के जज़्बे को और बढ़ा दिया है ।
मुनाफ़िक़, कमज़ोर ईमान, दिल के मरीज़ और अन्य प्रकार के लोगों से मिलकर बना ऐसा टोला है कि यह जब अपने दुश्मन को देखते हैं तो इनके बदन में कंपकंपी पड़ जाती है यह लरज़ने लगते हैं और इनका सबसे आसान हथकंडा यह होता है कि यह मोमेनीन और अल्लाह की राह में मुश्किलों का सामना करने वाले लोगों को परेशान करना शुरू कर देते हैं कि आप लोग ऐसा कर रहे हैं आप लोग वैसा कर रहे हैं, क्यों अपने स्टैंड से पीछे नहीं हट जाते? क्यों अपनी नीतियों में बदलाव नहीं लाते ?
संक्षेप में कहें तो यह मुनाफ़िक़ लोग वही काम करते हैं जो दुश्मन इन से चाहता है ।
दूसरी ओर वह सच्चे मोमेनीन हैं जिनकी ज़बान पर सदैव एक ही नारा है हमें दुश्मन के अत्याचार और ज़ुल्म का कोई गिला शिकवा नहीं है क्योंकि दुश्मन तो दुश्मनी ही करता है ।
وَلَن تَرْضَىٰ عَنكَ الْيَهُودُ وَلَا النَّصَارَىٰ حَتَّىٰ تَتَّبِعَ مِلَّتَهُمْ
ऐ रसूल स.अ. यहूदी और ईसाई आप से उस वक़्त तक खुश नहीं होंगे जब तक आप उनके धर्म में शामिल नहीं हो जाते
जब तक आप दुश्मन की बात नहीं मानेंगे तब तक ऐसा ही होगा ।
आप अपने गले और गर्दन को मज़बूत बनाएं कि इस में दुश्मन का कोई फंदा काम न आए आप गर्दन को झटके तो दुश्मन के फंदे टूट कर रह जाएँ
मेरे प्यारे बच्चों
आप अपने आपको दुश्मन के मुक़ाबले कमज़ोर न समझना
आप अपने आप को इतना शक्तिशाली बनाओ कि
यह मुश्किलें यह कठिनाईयां आपके लिए
’’ وَمَا زَادَهُمْ إِلَّا إِيمَانًا وَتَسْلِيمًا‘‘
का बहाना बन जाएँ ।
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